बदलते समय में, बच्चों की परवरिश की कला भी कई नई चुनौतियों और बदलावों के दौर से गुजर रही है। तकनीकी युग में बच्चों के पास अच्छे-बुरे अनुभवों और विकर्षणों की भरमार है, जिससे उनका मानसिक और भावनात्मक संतुलन बनाए रखना माता-पिता के लिए अधिक कठिन हो गया है। अब बच्चों से जुड़ने और उन्हें समझने के तरीकों में बदलाव जरूरी हो गया है।यह पुस्तक माता-पिता और शिक्षक समूह के लिए एक मार्गदर्शक उपकरण है, जो उन्हें बच्चों के जन्म से लेकर किशोरावस्था तक के महत्वपूर्ण वर्षों में उनके विकास को गहराई से समझने और बेहतर तरीके से परवरिश करने में मदद करती है। सकारात्मक और सार्थक संवाद के माध्यम से, माता-पिता व शिक्षक बच्चों के लिए ऐसा स्वस्थ वातावरण बना सकते हैं जो उनकी सीखने की अभिलाषा, भावनात्मक स्थिरता और आत्मविश्वास को पोषित करे।यह पुस्तक उन प्रक्रियाओं और विधियों का संग्रह है जो आपको परवरिश की नई चुनौतियों के बीच सही मार्गदर्शन प्रदान करती हैं, ताकि आप अपने बच्चों को आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास से भरपूर स्वस्थ युवा बनाने में सहायता कर सकें।