यह पुस्तक कोई कहानी संग्रह नहीं, न ही कोई काल्पनिक अथवा अवास्तविक गाथा है। यह पुस्तक पहलुओं और अनुभवों को उजागर करती है। अतः इस पुस्तक को किसी एक विधा का नहीं कहा जा सकता। आत्म-सुधार, आत्म-नवीनीकरण, स्वावलम्बन, सकारात्मकता आध्यात्मिकता, सांसारिक विवेक, आत्म-सम्मान और जीवन की कठिनाईयों पर विजय का वार्तालाप के माध्यम से बहुत ही प्रभावशाली चित्रण है। यह पुस्तक हर उम्र के पाठक के दिल को छूती है, भाती है। कोविड के अभूतपूर्व परिप्रेक्ष्य मे रचित यह पुस्तक आपदा की परिस्थिति को स्वीकारने और उन पर सफलता पूर्वक विजय पाने की गाथा है। उम्मीद और प्रेरणा से परिपूर्ण एक युवा दम्पती के आपसी वार्तालाप के माध्यम से और आस्था का अद्भुभुत सृजन इस पुस्तक की विशेषता है। यह पुस्तक आनंद से भरपूर जीवन की एक सफल यात्रा है।